Saturday, May 7, 2022

नींद


हुत सारे लोगों की हालत ऐसी है कि अगर उन्होंने अपने आप को बहुत कुछ करके तैयार न किया हो तो वे, एक घंटे के लिए ध्यान में बैठने पर मुश्किल से तीन मिनट ही ध्यान की अवस्था में रह पाते हैं। बार- बार, बार-बार, वे एक क्षण उसमें होते हैं और फिर कहीं और पहुंच जाते हैं। अपनी नींद में ध्यान कैसे किया जाए, यह सोचने की बजाय, आप का ध्यान करने का समय चाहे जितना भी हो, उसकी गुणवत्ता को बढ़ाना बेहतर है। कम से कम अपनी नींद को तो अपने सोचने से मत बिगाड़िए। बस, अच्छी तरह से सोइए, जैसे कि कहते हैं, ‘लकड़ी के कुंदे (टुकड़े) की तरह सोइए’। अगर आप इस तरह नहीं सो सकते तो एक बिल्ली या कुत्ते की तरह सोइए। आध्यात्मिकता को अपनी नींद में लाने की कोशिश मत कीजिए। बस ऐसे सोइए, जैसे कि आप मर गए हों। मरे हुए लोगों के शरीर कड़े हो जाते हैं पर वे सब कुछ भरपूर होने की गहरी अवस्था में होते हैं। उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं होती कि वे कैसे दिख रहे हैं?

तो, इसी तरह से, जब आप सो रहे हों तो आप को इस बात की चिंता नहीं होनी चाहिए कि आप के साथ क्या हो रहा है? मैंने अमेरिका में एक बात देखी कि सुबह जब आप लोगों से मिलते हैं, तो बहुत से लोग पूछते हैं, ‘क्या आप अच्छी तरह से सोये थे’? मुझे यह प्रश्न समझ नहीं आता था क्योंकि यह कोई मुद्दा ही नहीं था। पर अब मैं देखता हूं कि बहुत से लोगों के लिए नींद एक मुद्दा होती है। अगर आप अपनी नींद में ध्यान करने की कोशिश करेंगे तो नींद जरूर ही आपके लिए एक मुद्दा हो जाएगी। तो अपनी नींद को पूरी तरह से, भरपूर होने दीजिए।

अगर आप एक मरे हुए आदमी की तरह सोना नहीं चाहते तो एक छोटे से शिशु की तरह सोइए। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन मैकान ने इस बारे में एक सुंदर बात कही। ओबामा के खिलाफ चुनाव हारने के बाद जब लोगों ने उनसे पूछा, ‘आप कैसे हैं’? तो वे बोले, ‘मैं एक छोटे से शिशु की तरह सो रहा हूं। हर दो घंटे में उठता हूं, रोता हूं और फिर सो जाता हूं’। यह उस आदमी के लिए बहुत ही अद्भुत बात थी। अगर हारने पर भी आप हंसी-मजाक कर सकते हैं, तो एक छोटे शिशु की तरह सो सकते हैं।

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